चंडीगढ़, 6 अक्टूबर, 2021 (22G TV) फोर्टिस अस्पताल, मोहाली की प्रसूति एवं स्त्री रोग की डायरेक्टर डॉ. स्वप्ना मिसरा, ने पिछले सप्ताह एस्टोनिया में आयोजित मिसेज क्लासिक यूनिवर्स ब्यूटी पेजेंट में मिसेज क्लासिक इंटरनेशनल का खिताब जीता है। यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं।
उन्होंने 28 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2021 तक एस्टोनिया, तेलिन में आयोजित मिसेज क्लासिक यूनिवर्स ब्यूटी पेजेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इससे पहले अगस्त 2021 में, डॉ स्वप्ना को नई दिल्ली में मिसेज क्लासिक इंडिया और प्राइड ऑफ नॉर्थ के रूप में मंच से ताज पहनाया गया था।
डॉ.स्वप्ना मिसरा, एक गाइनोकोलॉजिस्ट के तौर पर 20 से अधिक सालों का अनुभव रखती हैं और वे बीते कई सालों से डायरेक्टर, ऑबस्टेट्रिक्स एंड गाइनोकोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली के तौर पर कार्यरत हैं। एक सक्षम ऑबस्टेट्रिक्स एंड गाइनोकोलॉजिस्ट होने के अलावा, डॉ. मिश्रा रोबोटिक गाइनोकोलॉजिकल सर्जन के साथ-साथ एक लेप्रोस्कोपिक सर्जन भी हैं। वे दिल्ली से आगे पूरे उत्तर भारत में एकमात्र रोबोटिक सर्जन हैं।
डॉ. मिसरा, ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पेजेंट में मेरे प्रभावशाली परिचय को दर्शकों के बीच प्रस्तुत करना मेरी सफलता की कुंजी थी और मैंने इसकी तैयारी में एक हफ्ता बिताया था। मुझे लगता है कि इस प्रभावशाली परिचय के कारण मैंने टॉप 7 में जगह बनाई।
मैं यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय हूं और जीतने के बाद महसूस किया है कि खुद को बहुत अच्छी तरह से तैयार करना महत्वपूर्ण है। यह एक टीम वर्क है, जिसने वास्तव में मुझे खिताब जीतने में मदद की और जिन लोगों ने मेरे लिए इसे संभव बनाया, उनमें मिसेज क्लासिक यूनिवर्स के लिए नेशनल डायरेक्टर ऋचा सिंह शामिल हैं, जो मिसइंडियाशीसइंडिया की डायरेक्टर हैं, पेजेंट कोच रीता गंगवानी, जो इसके लिए फाउंडर कोच थीं। मुझे पूर्व मिस इंडिया मानुषी छिल्लर, ग्रुमिंग विशेषज्ञ लक्ष्मी राणा, गणेश कॉस्ट्यूम स्टाइलिस्ट, और निदेशक फोर्टिस अभिजीत सिंह और पूरी फोर्टिस टीम का पूरा समर्थन मिला।
सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक लोगों को टिप्स देते हुए उन्होंने कहा, हर कोई इसके लिए जा सकता है बशर्ते आपके पास दृढ़ संकल्प हो। यह केक वॉक नहीं है, इसलिए खुद को तैयार करना और एक स्पष्ट फोकस रखना महत्वपूर्ण है। आपको विस्तार से पढऩा चाहिए और जानना चाहिए कि दुनिया भर में क्या हो रहा है, अपने आप को अंदर से सबसे अच्छी महिला के रूप में तैयार करें। आपको अपना शत-प्रतिशत देना होगा और तभी आप कुछ हासिल कर सकते हैं।
मिसेज क्लासिक यूनिवर्स एक इंटरनेशनल ब्यूटी पेजेंट है, जिसमें पूरी दुनिया के कई सारे देशों की महिलाएं हिस्सा लिया और उनको कई मापकों पर आंका जाता है। पूरे आयोजन में कई राउंड होते हैं, जिनमें टैलेंट राउंड, मीट एंड ग्रीट राउंड, इंट्रोडक्शन राउंड, क्लोज्ड डोर इंटरव्यू, नेशनल कॉस्ट्यूम राउंड शामिल हैं। ग्रैंड फिनाले में रैंप वॉक, सवाल-जवाब सेशन शामिल थे और यह सभी राउंड के आधार पर होता है तथा शीर्ष 5 फाइनलिस्ट का चयन किया गया और अंत में मिसेज क्लासिक यूनिवर्स के विजेता का फैसला किया गया। इस पेजेंट में 45 देशों ने भाग लिया था।
भारत का प्रतिनिधित्व करने पर अपनी खुशी साझा करते हुए, डॉ. मिसरा ने कहा कि ‘‘एक भारतीय होने के नाते, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करना हमेशा एक सम्मान की बात होती है। मानुषी छिल्लर, ऐश्वर्या राय जैसी भारतीय महिलाओं ने हम सभी को गौरवान्वित किया है और वास्तव में हम सभी के लिए एक प्रेरणा भी हैं। हमारे देश में महिलाओं ने विकास में बहुत योगदान दिया है और वे समाज की निर्माता हैं। पिछले कुछ महीनों में, मैं प्रतियोगिता के लिए खुद को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही थी और मैंने निश्चित रूप से अपना 100 प्रतिशत दिया भी। मिस क्लासिक इंडिया का ताज पहनाए जाने से मुझमें काफी आत्मविश्वास आया है। भारत ने दुनिया को योग दिया है और बड़े गर्व के साथ मैंने राष्ट्रीय पोशाक राउंड के लिए योग को अपने प्रॉप के रूप में चुना था।’’
डॉ मिसरा ने आगे कहा कि आयरिश उपन्यासकार मार्गरेट वोल्फ हंगरफोर्ड ने एक प्रसिद्ध वाक्यांश लिखा है कि ‘‘सुंदरता देखने वाले की आंखों में होती है।’’ लेकिन मेरा मानना है कि ‘‘खूबसूरती इंसान के दिल में होती है। मेरे लिए सुंदरता मानव आत्मा की सर्वश्रेष्ठता है। मैं भविष्य में भारतीय महिलाओं को उनकी सुंदरता को अपनाने के लिए प्रेरणा और प्रेरित करना जारी रखूंगी और इस दौरान मुझे प्रदान किए गए समर्थन के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली की प्रबंधन टीम को भी धन्यवाद देना चाहूंगी।’’